तू हज़ार बार भी रूठे तो मना लूँगा तुझे, मगर देख मोहब्बत में शामिल कोई दूसरा ना हो..
किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही है,
तड़प कर यह मुझे दर्द दे रही है,
दिल से कभी भी मैंने उसे दूर नहीं किया,
फिर क्यों बेवफाई का वह इलज़ाम दे रही है...
मरे तो लाखों होंगे तुझ पर,मैं तो तेरे साथ जीना चाहता हूँ..
अपनों के बीच बेगाने हो गए हैं,
प्यार के लम्हे अनजाने हो गए हैं,
जहाँ पर फूल खिलते थे कभी,
आज वहां पर वीरान हो गए हैं..
मोहब्बत का एहसास तो हम दोनों को हुआ था,
फर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था और मुझे हुआ था...
समझता ही नहीं वो मेरे अलफ़ाज़ की गहराई,
मैंने हर लफ्ज़ कह दिया जिसे मोहब्बत कहते है..
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए,
तेरे शहर में ज़िन्दगी कही तो होनी चाहिए...
नज़रों से देखो तोह आबाद हम हैं,
दिल से देखो तोह बर्बाद हम हैं,
जीवन का हर लम्हा दर्द से भर गया,
फिर कैसे कह दें आज़ाद हम हैं
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता
कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता
वैसे लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर
पर कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता ।
शामिल हो तुम मेरी जिंदगानी में,
मेरी लिखी हर कहानी में,
कभी होठों की हंसी मेंतो कभी आंखों के पानी में।।
कभी नजर न लगे तेरी मुस्कान को,
दुनिया की हर खुसी मिले मेरी जान को ♥️
उस चांद को बहुत गुरूर है,
कि उसके पास नूर है।
अब मैं उसे कैसे समझाऊं,
मेरे पास कोहिनूर है।
ख्वाहिश इतनी है कि कुछ,
ऐसा मेरे नसीब में हो,
वक्त चाहे जैसा भी हो,
बस तू मेरे करीब हो।
मेरी जिंदगी में सारी,
खुशियाँ तेरे बहाने से है,
आधी तुझे सताने से है,
आधी तुझे मनाने से है।
हजारो महफिले हैं
और लाखों मेले हैं,
लेकिन जहाँ तुम नही,
वहाँ हम बिलकुल अकेले हैं।
मुझे तेरा साथ ज़िन्दगी
भर नहीं चाहिए,
बल्कि जब तक तू साथ है,
तब तक ज़िन्दगी चाहिए।
कितना प्यार करते हैं तुमसे,
यह कहना नहीं आता,
बस इतना जानते हैं कि बिना,
तुम्हारे रहना नहीं आता।
होठों पर नाम हे तेरा,
दिल में याद हे तेरी,
ज़माने से हमें क्या लेना,
जब तुझमे बसी है जान मेरी।