ये बात हवाओं को बताये रखना, रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना! लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की, ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना!! स्वतंत्रता दिवस की बधाई!
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ
चलो फिर से वो नज़ारा याद कर ले, शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर लें! जिसमें बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पर, देशभक्तों के खून की वो धारा याद कर लें!!
ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हैं कई मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ, मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
अधिकार मिलते नही लिए जाते है, आज़ाद है मगर गुलामी किए जाते है! वंदन करो उन सेनानियों को, जो मौत को आँचल में जिये जाते है!
उनके हौंसले का भुगतान क्या करेगा कोई, उनकी शहादत का कर्ज़ देश पर उधार है! आप और हम इसलिए खुशहाल है क्यूंकि, सीमा पे सैनिक शहादत को तैयार है!!
उठाकर तलवार जब घोड़े पे सवार होते, बांध के साफा जब तैयार होते! देखती है दुनिया छत पे चड़ के, कहते है की काश हम भी ऐसे होशियार होते!!
सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी न्यारा है जहाँ जाती-भाषा से बढ़कर, देश-प्रेम की धारा है निशचल, पावन, प्रेम पुराना, वो भारत देश हमारा है स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाये
ना मरो सनम बेवफा के लिए, दो गज़ जमीन नहीं मिलेगी दफ़न होने के लिए, मरना हैं तो मरो वतन के लिए, हसीना भी दुप्पट्टा उतार देगी तेरे कफ़न के लिए