कभी दूर तो कभी पास थे वो,न जाने किस किस के करीब थे वो,
हमे तो उन पर खुद से भी ज्यादा भरोसा था, लेकिन ठीक ही कहता था ये जमाना, वेबफा थे वो।
हर दिल का एक राज़ होता है,
हर बात का एक अंदाज़ होता है ..
जब तक ना लगे बेवफ़ाई की ठोकर ,
हर किसी को अपनी पसंद पर नाज़ होता है..
कुछ चीज़े हम पुरानी छोड़ आए हैं,
आते आते उसकी आँखो मे पानी छोड़ आए हैं,
ये ऐसा दर्द है जो बया हो ही नही सकता…
दिल तो साथ ले आए धड़कन छोड़ आए हैं
इश्क़ को या खुदा क्यों नजर लग गई,
यूँ लगे मेरी हर दुआ बेअसर हो गई,
हमने तिनके चुने आशियाँ के लिए,
जाने कैसे आँधियों को खबर हो गई।
तुम्हारे चाँद से चहरे पर गम अच्छे नही लगते,
एक बार हम से कह दो तुम चले जाओ,
हमे तुम अच्छे नही लगते।
उनकी मुस्कान हमारी कमजोरी है,
उनसे कुछ कह न पाना हमारी मजबूरी है,
वो क्यों नहीं समझते हमारी ख़ामोशी को,
क्या ख़ामोशी को जुबान देना जरूरी है।
तुझे मोहब्बत करना नही आता,
और मुझे मोहब्बत के सिवा कुछ नही आता,
जिंदगी जीने के दो ही तरीकें है,
एक तुझे नही आता, और दूसरा मुझे नही आता।
कुछ रिश्तों को कभी भी नाम ना देना तुम,
इन्हें चलने दो ऐसे ही इल्जाम ना देना तुम,
ऐसे ही रहने दो तुम तिश्नग़ी हर लफ़्ज़ में,
कि अल्फ़ाज़ों को मेरे अंज़ाम ना देना तुम।
जख्म जब मेरे
सीने में भर जाएंगे,
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएंगे,
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया,
वरना कुछ अपनों के चेहरे उतर जाएंगे !!
मंजिल भी उसी की थी रास्ता भी उसका था,
एक हम अकेले थे काफिला भी उसका था,
साथ साथ चलने की कसम भी उसी की थी,
और रास्ता बदलने का फैसला भी उसका था।